हिम एक्सप्रेस, ऊना(जितेंद्र कुमार,अभिषेक भाटिया)
आज राजनीति विज्ञान विभाग अटल बिहारी वाजपेई राजकीय महाविद्यालय बंगाणा में राजनीति विज्ञान विभाग के तत्वाधान में अंतरराष्ट्रीय राजनीति पर आधारित समसामयिकी विषय पर सेमीनार का आयोजन किया गया। समसामयिकी विषय पर आधारित सेमीनार का विषय, अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद व प्रभाव, जी 20 का सम्मेलन और भारत की भूमिका और अंतरराष्ट्रीय युद्ध अपराध था।कार्यक्रम की अध्यक्षता राजनीति विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफ़ेसर सिकंदर नेगी ने की। सबसे पहले फाइनल ईयर की छात्रा रिया ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद व प्रभाव पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि आतंकवाद गैर कानूनी कार्य है, जिसका मकसद आम लोगों के अंदर हिंसा का डर पैदा करना है।आतंकवाद एक शब्द मात्र नहीं है, यह मानव जाति के लिए दुनिया का सबसे बड़ा खतरा है, जिसे मानव ने खुद निर्मित किया है।कोई भी एक इन्सान या समूह मिलकर यदि किसी जगह हिंसा फैलाये, दंगे फसाद , चोरी, बलात्कार, अपहरण, लड़ाई-झगड़ा, बम ब्लास्ट करता है, तो ये सब आतंकवाद है। आज विश्व के सभी राष्ट्रों को आतंकवाद के विरोध में एक साथ आना चाहिए और ऐसे राष्ट्रों को भी अलग अलग करना चाहिए जो इन आतंकी संगठनों को सहायता करते हैं। इसके बाद तृतीय वर्ष की छात्रा आशिमा शर्मा ने अंतरराष्ट्रीय युद्ध अपराध पर कहा कि सैनिकों अथवा अन्यान्य व्यक्तियों के प्रतिकूल या लगभग उसी तरह के काम, जिनके लिये पकड़े जाने पर शत्रुओं के द्वारा वे दंडित किए जा सकते हैं, युद्ध अपराध कहे जाते हैं। अंतरराष्ट्रीय कानून के विरूद्ध किए गए काम, जो अभियुक्त के अपने देश के कानून के प्रतिकूल हैं, युद्ध अपराध में अंतर्निहित होते हैं; यथा, व्यक्तिगत लाभ के उद्देश्य से की गई लूट या हत्या, शत्रु राष्ट्र की ओर से या उसके आदेश से किए गए अपराध ।इसके बाद फाइनल ईयर की छात्रा समृद्धि ठाकुर ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि 20 का शिखर में वैश्विक महामारी और यूक्रेन पर रूस के हमले से उत्पन्न चुनौतियों पर चर्चा की गई।
प्रधानमंत्री मोदी ने जलवायु परिवर्तन, कोविड-19 वैश्विक महामारी और यूक्रेन का जिक्र करते हुए वैश्विक स्तर पर चुनौतीपूर्ण वातावरण के बीच जी20 के नेतृत्व के लिए इंडोनेशिया की तारीफ की और कहा कि इन घटनाक्रमों ने पूरी दुनिया में तबाही मचा दी है। जी20 को ग्रुप ऑफ ट्वेंटी भी कहा जाता है।यह यूरोपियन यूनियन एवं 19 देशों का एक अनौपचारिक समूह है। जी20 शिखर सम्मेलन में इसके नेता हर साल जुटते हैं और वैश्विक अर्थव्यवस्था को कैसे आगे बढ़ाया जाए इस पर चर्चा करते हैं. इसका गठन साल 1999 में हुआ था।साथ ही यह एक मंत्रिस्तरीय मंच है जिसे G7 द्वारा विकसित एवं विकासशील दोनों अर्थव्यवस्थाओं के सहयोग से गठित किया गया था। इस अवसर पर राजनीति विज्ञान सोसायटी के उपाध्यक्ष करुणा , विशाल सोनी,सबिता, इंदु बाला , नेम सिंह और पलक आदि मौजूद थे।