पालमपुर गोपाल सूद
29 जून :- कूहलें हमारे लिये जीवनदायिनी की भूमिका में हैं और इनके संरक्षण के लिये प्रदेश सरकार बचनबद्ध है।
विधान सभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार ने यह उद्गार भवारना के निकट भीखाशाह में कृपाल चंद और दीवान चंद कूहल के संचालन पर बारी, सामाणा एवं गढ़ के किसानों तथा जलशक्ति और ग्रामीण विकास विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक में व्यक्त किये।
6 किलोमीटर पैदल चलकर किया कूहल का निरीक्षण
विधान सभा अध्यक्ष ने किसानों और अधिकारियों सहित भीखाशाह से केदारा तक लगभग 6 किलोमीटर तक पैदल कृपाल चंद और दीवान चंद कूहल का निरीक्षण किया और कूहल के रखरखाव के लिये योजना बनाने के निर्देश दिये।
उन्होंने कहा कि कूहलें हमारा अभिन्न अंग और इनके महत्व को बरकार रखना सभी की सामूहिक जिम्मेवारी है। उन्होंने कहा कि कृपाल चंद कूहल लगभग 29 किलोमीटर लंबी है और 1700 हेक्टेयर क्षेत्र को सिंचाई सुविधा उपलब्ध होती है। परमार ने कहा कि कृपाल चंद कूहल सुलाह हलके के किसानों की जीवन रेखा है और इस कूहल से दर्जनों पंचायतों के किसानों को सिंचाई सुविधा प्राप्त होती है।
विधान सभा अध्यक्ष ने कहा कि समय समय पर कूहल के जीर्णोद्धार पर करोड़ों रुपये खर्च किया गया है। उन्होंने कहा कि किसानों की सुविधा के लिये, पानी की लीकेज और रास्ते में पानी की चोरी को बंद करने के लिये साढ़े पांच करोड़ से मरांडा से केदारा तक लगभग 10 किलोमीटर मोटी पाइप लाइन से पानी पहुंचाया गया है।
उन्होंने कहा कि किसानों कि खुशाली ही सरकार की प्राथमिकता है और किसानों के खेतों तक पानी पहुंचाने के लिये सरकार प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि कृपाल चंद कूहल की मरम्मत इत्यादि कार्य के लिये जितनी भी धनराशि की जरूरत होगी सरकार द्वारा मुहैया करवा कर कृपाल चंद कूहल के अंतिम छोड़ तक पानी पहुंचाना सुनिश्चित किया जायेगा।
पहली जुलाई से चलेगा कृपाल चंद कूहल का सफाई अभियान
उन्होंने जलशक्ति विभाग और पंचायती राज विभाग को मनरेगा के तहत 1 जुलाई से दैहण से लेकर गढ़ तक कूहल की सफाई के लिये विशेष अभियान चलाने के आदेश दिए। उन्होंने कहा की नगर निगम क्षेत्र में मुख्यमंत्री शहरी आजीविका गारण्टी योजना में पालमपुर से मरांडा तक कृपाल चंद कूहल की सफाई करवाने के कार्य चलाया जा रहा है। उन्होंने प्राकृतिक एवं अन्य जल स्रोतों को साफ सुथरा बनाये रखने के लिये लोगों को जागरूक करने के लिये भी आदेश दिये।