हिम एक्सप्रेस ब्यूरो
जैसे जैसे चुनाव का समय नजदीक आता जा रहा है वैसे वैसे राजनीतिक दलों में एक दुसरो के शह व मात का खेल चल रहा है । हरोली विधानसभा के बढ़ेडा गांव से पूर्ब कर्मचारी नेता व पूर्व बीडीसी सदस्य उपेंद्र सिंह राणा ने नेता विपक्ष मुकेश अग्निहोत्री की अगुवाई में हाथ का दामन थाम लिया ।
बताते चले कि उपेंद्र सिंह राणा जिस गांव से सम्बन्ध रखते है उसी गांव से भाजपा के मंडलाध्यक्ष भी है व भाजपा ने मंडल अध्यक्ष की नियुक्ति अभी हाल ही में की है ऐसे में भाजपा के लिए यह जोर का झटका माना जा रहा है कि भाजपा के इतने बड़े ओहदेदारो के घरों में यह हाल है व वही अपने फ्रंटियल लाइन के कार्यकर्ताओं को नही सम्भाल सकते व किस तरह मुकेश अग्निहोत्री मंडल प्रधान के गांव में सेंध लगाकर एक बड़े नेता को अपने पक्ष में कर लिया व न तो इस बात की भनक भाजपा नेताओं को लगी व न मंडल अध्यक्ष इस बात से बाकिफ रह सके ।
बताते चलें कि जब सोशल मीडिया पर नेता विपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने फ़ोटो पोस्ट की तब जाकर भाजपा नेताओं को इस बात का पता चल सका लेकिन तब तक कांग्रेस उपेंद्र सिंह राणा को अपना बना चुकी थी । इस तरह के राजनीतिक घटनाक्रम से यह भी साफ होता है कि हरोली में भाजपा संगठन में ओहदेदार फिसड्डी ही साबित हो रहे है तथा अपनी नेता गिरी चमकाने तक ही सीमित है जबकि उपेंद्र सिंह राणा काफी समय से राजनीति में सक्रिय नही थे व एक ही गांव में रहते हुए अध्यक्ष साहब उनको संतुष्ट नही कर पाए व जिससे खिन्न होकर उन्होंने हाथ से हाथ मिलाया है ।
उपेंद्र सिंह राणा काफी समय से सक्रिय राजनीति में थे व कर्मचारी होते हुए भी वह खूब चर्चा में रहते थे जबकि रिटायर्ड होने के बाद उन्होंने बीडीसी का कांगड़ बढ़ेडा सीट जोकि कांग्रेस की मजबूत सीट थी से चुनाव लड़ा व एकतरफा जीत दर्ज की थी । इस शह व मात के खेल में आगे आगे देखना होगा कौन बाजी मरेगा वही अगले साल विधानसभा चुनाव भी है व इन बातों को राजनीतिक विशेषज्ञ विधानसभा चुनावों की तैयारी की शुरुवात से भी जोड़ रहे है ।