सरकार द्वारा बनाए कोरोना कायदे कानूनो की धज्जियां उड़ा रहे है सरकार के मन्त्री व कार्यकर्ता ।
धर्मपुर ,मण्डी, डी आर कटवाल
सरकार द्वारा बनाए कायदे कानून केवल आम जनता के लिए है मगर यह कानून सरकार के मन्त्रियों और कार्यकर्ताओं पर लागू नहीं होते वो जब चाहें रैलीयां करें बैठकें करे इनके लिए माफ हैं पंचायत समिति धर्मपूर के पूर्व अध्यक्ष कुलदीप सिंह चम्बयाल ने एक प्रैस विज्ञप्ति में कहा कि भाजपा के राज में मंहगाई, बेरोजगारी भ्रष्टाचार और निरंकुशता इतनी बढ़ी है कि इतिहास में ऐसा कभी भी हिमाचल प्रदेश में देखने को नहीं मिला था। वैसे तो आमदनी और मंहगाई एक प्रक्रिया के तहत बढ़ती रहती थी लेकिन भाजपा के राज में मंहगाई सीधे दो गुना बढ़ गई और जनता की आमदनी घट रही है रसोई का बजट खराब किया और साथ में कोई आम आदमी के लिए घर बनाने लाईक भी नहीं छोड़ा जो इतिहास में कभी नहीं देखा गया था।
कुलदीप सिंह चम्बयाल ने कहा है कि विश्व बेरोजगारी की सूचि में भारत का नाम तीसरे स्थान पर आ गया है और हिमाचल भी इससे अछूता नहीं है यहां भी सरकार के गलत फैसलों की वजह से बेरोजगारी रिकॉर्ड बनाने की ओर बढ़ रही है।
उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के भी नये आयाम इस सरकार में स्थापित हुए हैं पूरा प्रदेश जब कोरोना की लड़ाई से लड़ रहा था तो स्वास्थ्य से जुड़े सामान पर खरीद घोटाला सामने आ गया अभी ताजा हालत में कालेज निर्माण में, पाईप खरीद, बैकडोर भर्ती के मामले भी सामने आए हैं
कुलदीप सिंह चम्बयाल ने कहा कि सबसे ज्यादा खतरनाक कोई घटना इस कार्यकाल में सरकार की तरफ से देखी गई तो वो है निरंकुशता एक निरंकुश सरकार जिसमें नेताओं, मन्त्रीगणों भाजपा कार्यकर्ताओं के लिए अलग कानून और विपक्ष आम जनता के लिए अलग कानून,अभी शादियों में और मृत्यु के समय 20 लोगों को इजाजत और अपनी शिमला बैठकों में 100 से ज्यादा नेतागण, इससे ज्यादा निरंकुशता सरकार द्वारा तब दर्शाई जब ऐसे हालात में जब अनेकों लोग प्रदेश में कोरोना के कारण स्वर्गवास हो गए हैं और नेताओं का स्वागत ढोल नगाड़ों से हो । ऐसी संस्कृति और संस्कार देवभूमि हिमाचल प्रदेश के लोगों के नहीं हैं इस दौर की राजनीति में हिमाचल प्रदेश में ये सब देखने को मिला जो निराशाजनक, चिन्ताजनक और निंदनीय है इसका जबाब जनता जरूर देगी