धर्मपुर, मण्डी, डी आर कटवाल
धर्मपुर उपमंडल की नवगठित पंचायत कुम्हारड़ा की प्रधान मीना कुमारी पर उनकी ही पंचायत के लोगों ने राजनीतिक द्वेष के चलते प्रधान पद के दुरुपयोग,मनरेगा कार्य में तंग करने और मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है कुछ स्थानीय लोगों का आरोप है कि जब से पंचायत के प्रधान का चुनाव हुआ है और मनरेगा के काम शुरू हुए तो प्रधान ने पंचायत के जीआरएस से कहकर अपने गांव कुम्हारड़ा की ही लगभग 12/13 महिलाओं को मनरेगा जॉब कार्ड जारी नहीं किए तथा पूछने पर कहा कि उसकी मर्जी वह प्रधान है जिसे चाहेगी उसे जॉब कार्ड जारी करेगी। जिन्होंने उसे चुनाव में स्पोर्ट और वोट नहीं किया उसे सबक सिखा कर रहेगी ।
इस पर मजबूर होकर इन महिलाओं द्वारा बीडीओ धर्मपुर से मामले की शिकायत की, तत्पश्चात बीडीओ के आदेश के बाद इनके जॉब कार्ड जारी किए गए।जिससे प्रधान मीना कुमारी बहुत नाराज हो गई और उसने जीआरएस से कह कर इन महिलाओं को एक ही मस्ट्रोल में डाला और इनके ऊपर विशेष नजर रखी जाने लगी। जिस काम के लिए मस्ट्रोल था वह एक पूर्व मनरेगा जॉब का बचा हुआ पार्ट काम था और वहां पर वास्तव में मुश्किल से10 महिलाओं का ही काम था लेकिन दिहाड़ी कम पडे और दिन भी कम लगे की भावना से इन सभी को रोजगार दिया गया और काम 10 दिन में ही खत्म हो गया । हालांकि शुरू के 5 दिनों तक इन्हें बजरी रेत इत्यादि उपलब्ध ही नहीं कराया गया । इस बारे में जब प्रधान से निर्माण सामग्री मांगी गई तो प्रधान का बेरुखी और बदतमीजी लहजे से जवाब मिला कि उसका काम नहीं है जाकर बड़े अफसरों से मिलो वह तुम्हें सामग्री देंगे तथा उन्हें सामग्री बहुत लेट मिली.11 जून, 2021 को इस कार्य का आखिरी दिन था और कार्य दोपहर को ही पूरा हो गया था तथा काम करने के लिए कोई मैटेरियल भी लेबर के पास नहीं था , इसलिए 4:15 बजे लेवर ने छुट्टी कर ली ।
रास्ते में प्रधान साहिबा उन्हें मिली उसने जल्दी छुट्टी करने का कारण भी पूछा तो उन्होंने उसे बता दिया कि वहां पर ना कोई काम बचा था ना कोई मैटेरियल था इसलिए वे 45 मिनट पहले आ गई। लेकिन प्रधान साहिबा फिर भी जानबूझकर 4:45 पर काम के स्थान पर गई और उन्हें वहां ना पाकर,जो कि उसे पहले से पता था कि इन्होंने बीडीओ धर्मपुर को शिकायत की है तथा इन्हें 3 महीने के लिए पंचायत कुम्हारड़ा के अंतर्गत चल रहे मनरेगा काम के लिए सस्पेंड करने हेतु कहा गया। उन्होंने यह भी बताया है कि अन्य वार्डो में हो रहे मनरेगा कार्यों में भी कुछ लोग जो प्रधान साहिबा के खास हैं देरी से आते हैं या फिर आते ही नहीं है फिर भी हाजिरी लगती है या फिर मनरेगा का काम कागजों पर कहीं पर और वास्तविकता में कहीं पर होता है , एक दूसरे के बदले में काम पर आते हैं जिसकी उसे पुरी जानकारी होती है मगर उनके विरुद्ध किसी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं करती है।
श्रीमती मीना कुमारी के द्वारा बदले की भावना से प्रताड़ित इन महिलाओं द्वारा बताया गया है कि उन्होंने इस संबंध में एक शिकायत उपमंडलाधिकारी, धर्मपुर तथा अन्य अधिकारियों एवं विभागों को भेजकर निवेदन किया है कि ग्राम पंचायत कुम्हारड़ा के निर्वाचित जनप्रतिनिधियों तथा गणमान्य व्यक्तियों को बुलाकर उच्च अधिकारियों के समक्ष बैठक बुलाई जाए और प्रधान साहिबा को बिना पक्षपात एवं भेदभाव से कार्य करने के लिए निर्देश दिए जाएं।
इस संबंध में कुछ गणमान्य स्थानीय लोगों से जब बात की गई तो उन्होंने भी इस बात की पुष्टि की है कि प्रधान मीना कुमारी को पंचायत के मुख्य विकास कार्यों जैसे स्वास्थ्य, कृषि, बागवानी, शिक्षा एवं केंद्र तथा राज्य सरकार की कल्याणकारी योजनाओं को धरातल पर लागू करने की ओर ध्यान देने के बजाय कुछ सरकारी बाबूओं से मिल कर केवल मनरेगा की राजनीति में उलझ कर रह गई है जोकि इस नवगठित पंचायत कुम्हारडा के लिए दुर्भाग्य की बात है।इस बारे जब पंचायत प्रधान कुम्हारड़ा मीना कुमारी से बात की गई तो उन्होंने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि मैने किसी के साथ राजनीतिक द्वेष की भावना से कार्य नहीं किया है