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भाजपा सरकार ने केंद्रीय विश्वविद्यालय को राजनीति द्वेष की भावना से शाहपुर की जनता से कर रही है धोखा: केवल सिंह पठानिया

संदीप शांडिल, ब्यूरो चीफ, काँगड़ा

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प्रदेश कांग्रेस महासचिव केवल सिंह पठानिया ने आज शाहपुर रैत कांग्रेस कार्यलय में प्रेस वार्ता में बीजेपी की सरकार को केंद्रीय विश्वविद्यालय के मामले में शाहपुर के हक के लिए भाजपा सरकार को घेरा।पठानिया ने कहा कि भाजपा सरकार ने केंद्रीय विश्वविद्यालय को राजनीति द्वेष की भावना से शाहपुर की जनता से कर रही है धोखा।पठानिया ने कहा की पिछले कल केंद्रीय विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार हेमराज ने धर्मशाला में पत्रकार वार्ता के दौरान साफ किया कि प्रदेश सरकार के प्रस्तावनुसार सीयू का 70 फीसदी हिस्सा देहरा व 30 प्रतिशत हिस्सा धर्मशाला में बनेगा,जबकि शाहपुर में इसका कुछ हिस्सा स्थापित करने के लिए प्रदेश सरकार का कोई प्रस्ताव नहीं आया है,ऐसे में शाहपुर में सीयू का जरा भी भाग नहीं बनेगा।


पठानिया ने कहा कि केंद्रीय विश्वविद्यालय अगर हिमाचल में स्वीकृत हुआ है तो 2010मे यूपीए सरकार के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ० मनमोहन सिंह और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की देन है जब देशभर में मनरेगा के कार्यक्रम को लॉन्च करने के लिए हिमाचल आए थे तब हिमाचल के लिए दो एजुकेशन इंस्टिट्यूट स्वीकृत किए गए थे हिमाचल के लिए एक आईआईटी ओर एक केंद्रीय विश्वविद्यालय स्वीकृत किया था लेकिन उस वक्त भाजपा सरकार के मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने आईआईटी को मंडी स्थापित किया गया और केंद्रीय विश्वविद्यालय के लिए कांगड़ा में कहीं भी जगह न मिलने के कारण अटका रहा।

पठानिया ने कहा कि जब केंद्रीय विश्वविद्यालयों को कांगड़ा में खोलने के लिए पूर्व केंद्रीय मंत्री राजा वीरभद्र सिंह और पूर्व फाइनेंस मंत्री कपिल सिब्बल से केंद्रीय विश्वविद्यालय के बारे में बात हुई तो उन्होंने तुरंत एक्शन लेकर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार को धूमल को फोन करके केंद्रीय विश्वविद्यालय के लिए भवन देने को कहा प्रेम कुमार धूमल ने तुरंत अमल में बात लाई और शाहपुर में विश्व विद्यालय के भवन को अस्थाई तोर के रूप में केंद्रीय विश्वविद्यालय को खोलने के लिए स्वीकृति दी ।2010 में केंद्रीय विश्वविद्यालय को अस्थाई तौर पर शाहपुर में स्थापित किया गया था लेकिन आज शाहपुर की जनता से धोखा किया जा रहा है

पठानिया ने सवाल उठाए की 8 साल पहले केंद्रीय विश्वविद्यालय के चांसलर हेमराज सेक्शन ऑफिसर थे और 8 सालों में ए० आर ०जी०आर० बने।हेमराज को रजिस्ट्रार बनाने के लिए भाजपा सरकार ने कानून को ताक में रखकर रजिस्ट्रार बनाया। पिछले 5 सालों में केंद्रीय विश्वविद्यालय में जो भी नियुक्तियां हुई है उनमें सभी को कानूनों को दरकिनार करके अपने लोगों को नियुक्त किया गया है यह सब केंद्रीय मंत्री को खुश करने के लिए रजिस्ट्रार प्रेस में आकर बयान दे रहे हैं पठानिया ने सवाल उठाया कि पिछले कल देहरा में वन विभाग और रेबन्यू की टीम ने दौरे से किनारा क्यों किया पठानिया ने केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर और केंद्रीय एचआरडी मंत्री से प्रार्थना की कि शाहपुर की जनता के साथ धोखा ना किया जाए

हम ना धर्मशाला के विरोधी हैं ना देहरा के विरोधी हैं

हम ना धर्मशाला के विरोधी हैं ना देहरा के विरोधी हैं

बल्कि शाहपुर में केंद्रीय विश्वविद्यालय के 3,4 कॉलेज शाहपुर में ही स्थापित किए जाएं ।पठानिया ने कहा कि केंद्रीय विश्वविद्यालय के चांसलर श्वेत पत्र जारी करे कि रेवेन्यू में क्या केंद्रीय विश्वविद्यालय केंद्रीय विद्यालय के नाम हो चुकी है वाइस चांसलर को सीनियर चांसलर को अनदेखी करके चांसलर का चार्ज क्यों दिया गया 6 महीने का डिप्टी रजिस्ट्रार केंद्रीय विश्वविद्यालय रजिस्ट्रार कैसे बन गया अगर अगर केंद्रीय विश्वविद्यालय चांसलर की पावर अगर आपके पास हैं तो आप रेगुलर पे क्यों चाहते हो ।केंद्रीय एचआरडी मंत्री को पत्र लिखकर यह मांग की है कि पिछले 5 सालों में केंद्रीय विश्वविद्यालय जो भी नियुक्तियां हुई है उनकी जांच की जाए और दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए। पठानीया ने कहा कि हम ना धर्मशाला के विरोधी हैं ना देहरा के विरोधी हैं बल्कि हमें शाहपुर का हक दिया जाए आज धर्मशाला और देहरा को इस भाजपा सरकार ने आपस में बांट कर रख दिया है

 

बड़े शर्म की बात है

लेकिन आज केंद्रीय विश्वविद्यालय के मुद्दे पर भाजपा का सांसद और भाजपा की मंत्री केंद्रीय विश्वविद्यालय पर कुछ बोल क्यों नही पा रहे हैं ।पठानिया ने कहा कि भाजपा के सांसद और मंत्री केंद्रीय विश्वविद्यालय के बारे में अपना रुख स्पष्ट करे।रजिस्ट्रार हेमराज ने प्रेस वार्ता करके यह कहा कि शाहपुर शाहपुर का नाम फाइलों में कहीं नहीं है बड़े शर्म की बात है कि पिछले 9 सालों से अस्थाई तौर के रूप में केंद्रीय विश्वविद्यालय शाहपुर में चल रहा है और करोड़ों रुपया केंद्र सरकार और प्रदेश सरकार का शाहपुर में अस्थाई कैंपस में खर्च कर चुकी है लेकिन फिर भी फाइलों में शाहपुर का नाम क्यों नहीं है पठानिया ने पूछा कि देहरा की जमीन केंद्रीय विश्वविद्यालय के लिए वाइल्डलाइफ बोर्ड में क्या केस भेज गया है ।

 

शाहपुर की जनता को न्याय दें

जोकि उनके चेयरमैन प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी खुद हैं लेकिन दो अधिकारियों ने अपने फायदे के लिए केंद्रीय मंत्री को खुश करने के लिए यह सब किया जा रहा है पठानीया ने कहा कि पिछले 9 सालों में 19 करोड़ रुपया केंद्र सरकार और 8 करोड़ 40 लाख प्रदेश सरकार ने केंद्रीय विश्वविद्यालय में खर्च किया है। पठानिया ने कहा कि भाजपा सांसद ,प्रदेश के मुख्यमंत्री और प्रदेश के मंत्री से हाथ जोड़कर विनती है कि शाहपुर की जनता के साथ अन्याय ना करें बल्कि शाहपुर में केंद्रीय विश्वविद्यालय के 34 कॉलेज स्थापित करके शाहपुर की जनता को न्याय दें।

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