बिलासपुर, (मनदीप राणा)
बिलासपुर, हिमाचल प्रदेश के विश्व विख्यात शक्तिपीठ श्री नैना देवी में बंदरों का आतंक है। कई दिनों से मंदिर बंद होने के कारण भूखे बंदरों ने अब दुकानों में सेंधमारी करना शुरू कर दी है। श्रद्धालुओं के हाथों से छीन कर फल फ्रूट खाने वाले यह बंदर जब भूख से इस महामारी के समय परेशान हो चुके हैं तो उन्होंने दुकानों को अपना निशाना बनाया है।
बंदरों का आतंक
छोटे छोटे बंदर दुकानों के अंदर घुस जाते हैं और प्रसाद के पैकेट निकाल के बाहर ले आते हैं जिससे आधा प्रसाद यह बंदर इकट्ठा होकर खाते हैं और काफी मात्रा में इधर-उधर बिखेरते भी है। जिससे इन धार्मिक स्थलों के दुकानदारों को काफी नुकसान झेलना पड़ रहा है एक तो पहले ही दुकानें बंद है ऊपर से बन्दर द्वारा नुकसान किया जा रहा है।
दुकानदारों का कहना है कि पिछले वर्ष भी lockdowm में बंदरों का आतंक ने काफी नुकसान किया था और इस बार भी बंदरों ने दुकानों में सेंध मरी है। दुकान के अंदर सामान को भी बिखेर भी देते है और खाने के लिए ले जाते हैं। क्योंकि इस धार्मिक स्थल पर दुकानें करने वाले ज्यादातर दुकानदार आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों से है मन्दिर बंद होने के कारण दिहाड़ी मजदूरी करने के लिए कई दुकानदार दुकानें बंद करके अपने घरों को चले गए हैं और पीछे से यह बंदर नुकसान कर देते हैं।
दुकानदारों ने सरकार से मांग की है कि उन्हें सरकार के द्वारा कोई न कोई सहायता की जाए ताकि उनके बच्चों का पालन पोषण चलता रहे।