ऊना, (हरपाल सिंह कोटला)
ऊना, कोरोना की दूसरी लहर की चपेट में आने के बाद शकुशल घर बापिस आने बाले अनेक लोग साँस,हर्दय,दिमाग,जोड़ों के दर्द,अनिद्रा,बुखार सहित अनेक रोगों से अभी भी लड़ रहे हैं । हिम एक्सप्रेस से विशेष बातचीत में होम्योपैथी के चिकित्सक डॉ. एम्.डी सिंह ने बताया की एक अनुमान के अनुसार लगभग नबे प्रतिशत लोग कोरोना मुक्त होने के बाद भी अनेक बिमारियों का सामना कर रहे हैं और अनेक लोगों को कोरोना के बाद के दुष्परिणामों की बजह से हॉस्पिटल में दाखिल होना पड़ रहा है और अनेक लोग पोस्ट कोविड कॉम्प्लीकेशन्स के बजह से अपनी जान गँबा बैठे हैं ।
उन्होंने कहा की चिकित्सकों के पास आज एक उससे भी बड़ी चुनौती सामने खड़ी होती नजर आ रही है। वह है कोरोना के झंझावात को सह चुके लोगों की पटरी से उतर चुकी शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य की गाड़ी को पुनः पटरी पर वापस लाना। कोरोना जहां- जहां से गुजर रहा है तबाही के निशान छोड़ता जा रहा है। कोरोना को भुगत चुके लोग, अब भी दवाओं से मुक्त होते दिखाई नहीं पड़ते। और ऐसा कब तक चलता रहेगा ?सब इस प्रश्न का जवाब ढूंढ रहे हैं । सच पूछिए तो जवाब सिर्फ होम्योपैथी के पास हे। कोरोना नेगेटिव हो जाने के बाद बच रहे लक्षणों, एवं नए आ गए रोगों से लड़ने, तथा बिना कोई अतिरिक्त कम्प्लीकेशन पैदा किए, सहजता से नवजीवन देने का भार उठाने को तैयार हैं होमियोपैथ एवं होम्योपैथी।
उन्होंने कहा की होमियोपैथी की दवाइयाँ जहां आसानी से उपलब्ध होती हैं दूसरी ओर आप इनका घर बैठे बिना किसी साइड इफ़ेक्ट के सेबन कर सकते हैं जिससे आप को महँगे अस्पतालों के चकर काटने से भी मुक्ति मिलेगी ।