मंडी, (पूजा मंडयाल)
कोविड-19 के संक्रमण के बाद शीघ्रस्वास्थ्य लाभ के लिए आयुश विभाग हिमाचल प्रदेश एवं आर्ट ऑॅफ लिविंग, योगभारती एवं अन्य योग संस्थाओं की संयुक्त सहभागिता से ‘‘आयुश घर द्वार-द्वितीय चरण’’का शुभारंभ आज स्वास्थ्य परिवार कल्याण एवं आयुश मंत्री डॉ. राजीव सहजल ने शिमला से वर्चुअलमाध्यम से किया।अपने सम्बोधन में डॉ. सहजल ने कहा कि ‘‘आयुश घर द्वार-द्वितीय चरण’’में वर्चुअल समूहों का गठन कर योग, प्राणायाम व ध्यान सत्र लगाए जाएंगे।
कार्यक्रम के तहत कोविड के पष्चात् संक्रमितों को मानसिक, भावनात्मक तथा चिकीत्सीय परामर्श भी दिया जाएगा तथा आयुश काडा़, आयुश-64 एवं अन्य आयुश औषधियों का वितरणकिया जाएगा। उन्होेंने कोविड-19 के संक्रमण से आयुश घर द्वार कार्यक्रम के तहत ठीक हुई रिवालसर क्षेत्र की हिमा ठाकुर से भी बात की तथा जिला में चलाए जा रहे आयुश घर द्वार कार्यक्रम की सराहना की।उपायुक्त मण्डी ऋग्वेद ठाकुर ने कहा कि आयुश घर द्वार-प्रथम चरण कार्यक्रम के जिला में सार्थक परिणाम रहे है तथा हम आशा करते हैं कि दूसरे चरण में यह कार्यक्रम सफल होगा तथा कोरोना संक्रमितों को इसका लाभ मिलेगा। इसके लिए प्रशाशन आर्युवेद विभाग की हर सम्भव सहायता करेगा।
जिलाआर्युवेद अधिकारी डॉ. गोविन्द राम षर्मा ने बताया कि जिला मण्डी में 11स्वास्थ्यखण्डों में आयुश घर द्वार कार्यक्रम के लिए 11 नोडल अधिकारी नियुक्त किए हैंतथा 148 वर्चुअल समूह बनाए हैं जिसमें 50 योग प्रशिक्षक जुड़े हैं जो होम आईसोलेषन में रह रहे कोविड संक्रमित व्यक्तियों को योग व प्राणायाम बारे वर्चुअल माध्यम से जानकारी देते हैं ।मुख्यचिकित्सा अधिकारी डॉ. देवेन्द्र कुमार षर्मा ने भी इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त किए। आर्ट ऑफ लिविंग की रितु खरबन्दा ने बताया कि संक्रमित व्यक्ति को योगप्राणायाम व भजन संध्या से लाभ हो रहा है।
‘‘आयुशघर द्वार-प्रथम चरण’’ का शुभारंभ 14 मई, 2021 को किया गया था जिसमें 3000कोरोना संक्रमित व्यक्तियों को घर द्वार पर योग प्राणायाम बारे बताया गया तथा उन्हें आयुश काडा़ दिया गया। जिनमें से 2300 कोरोना संक्रमित व्यक्ति होम आईसोलेशन में रहकर ठीक हो गए हैं तथा 700 व्यक्ति होम आईसोलेशन में स्वास्थ्य लाभ प्राप्त कर रहे हैं।