जिस प्रकार से प्रदेश सरकार ने प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग में डॉक्टर,नर्सेज,पैरामेडिकल स्टाफ,चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी,सफाई कर्मचारियों के साथ-साथ अन्य कुछ विभागों में कार्यरत कर्मचारी वर्गों को भी कोरोना वॉरियर्स घोषित तो कर दिया है। लेकिन उनके साथ किसी अनहोनी के चलते उन्हें किसी भी प्रकार का मुआवजा देने की सरकार ने अभी तक घोषणा नहीं की है। जैसे की दिल्ली सरकार में फ्रंट लाइन करोना वारियर की यदि बात करें तो वहां पर करोना से ग्रसित होकर उक्त में से यदि किसी की भी मौत हो जाती है तो ऐसे शहीद कहलाए जाने वाले कर्मी के परिवार को दिल्ली सरकार की ओर से एक करोड़ रुपया मुआवजे के रूप में मुहया करवाए जाते है।
ऐसे मुआवजे की मांग प्रदेश आम आदमी पार्टी यहां हिमाचल प्रदेश में भी करती आ रही है।
इतना ही नहीं प्रदेश आम आदमी पार्टी सरकार से यह भी मांग करती है कि प्रदेश में स्वास्थ्य विभाग के स्टाफ के इलावा कुछ और भी महत्वपूर्ण वर्गो की भी प्रमुख भूमिका रहती है। ऐसे वर्ग आजकल करोना के खोफ और लोक डाउन के चलते प्रदेश की जनता की सेवा में तत्पर रहते है।
उदाहरण के तौर पर जिस प्रकार प्रदेश के पत्रकारीता जगत के इलेक्ट्रॉनिक और प्रिंट मीडिया के तमाम पत्रकार बंधु,तथा पुलिस विभाग के जवान। इन दोनो वर्गों के लोग रात दिन क्रोना काल के दौरान अपने बालबच्चों और परिवार को छोड़ कर समाज सेवा में अर्थाथ करोना महामारी के कारण लॉकडाउन,कर्फ्यू, धारा 144 के चलते उपजी परिस्थितियों से निपटने में अपनी जान की परवाह न कर के हर तरह से मुस्तेदी दिखाकर मरीजों एवम् जनहित के कार्यों में मशगूल रहते हैं। उक्त वर्ग कई वार असुविधाओं का सामना करने के बावजूद भी प्रदेश की जनता , सरकार तथा करोना मरीजों की देखभाल में लगे डॉक्टर्स पैरामेडिकल स्टाफ नर्सेज के बीच एक कड़ी का काम भी करते हैं।ताकि किसी भी प्रकार की चूक न होने पाए।
इसी तरह से उपरोक्त वर्ग कई प्रकार से जनता और सरकार के बीच सूचनाओं का आदान प्रदान करने तथा लॉक डाउन के तमाम नियम और शर्तो को बखूबी निभाने और उन्हे बनाए रखने में भी जनता को अपना पूरा सहयोग देने के चलते अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
आम आदमी प्रदेश सरकार से मांग करती है कि सरकार प्रदेश के पत्रकरों और पुलिस जवानों के साथ साथ उनके परिवारों को भी एक विशेष अभियान के तहत कही नजदीकी तथा उपयुक्त स्थानों का चयन करके वहां उक्त परिवारों के वास्ते तमाम पुख्ता इंतजामातो के चलते टिक्काकारण की उचित व्यवस्था की जाय। ताकि पत्रकार बंधु और पुलिस जवानों को बिना किसी पारिवारिक उत्कंठा के अपनी अपनी ड्यूटी का निर्वहन करने में किसी भी तरह के तनाव का अहसास न होने पाए।
इसी प्रकार प्रदेश के अन्य वर्गों जैसे कि Pradesh ke Vibhin banko mai karyarat karmcharion,जल शक्ति विभाग में पानी की देखभाल करने वाले कर्मचारियों, परिवहन निगम की बसों के चालक और परिचालकों जिनके टीकाकरण का सारा इंतजाम उनके संबंधित डिपो में किया जाना चाहिए। तथा निजी बस ऑपरेटर के चालक और परिचालकों, बिजली बोर्ड के टेक्निकल स्टाफ,टैक्सी एवम ऑटो चालकों तथा उनके परिवार जनों के वास्ते भी इसी प्रकार के प्रावधान करके उन्हे प्राथमिकता से निपटाने के पर्याप्त प्रयास किए जाने अति आवश्यक है। ताकि अपनी ड्यूटी के चलते इन वर्गों को जब अपने परिवार जनों के बीच शामिल होने की स्थिति में उन्हें करोना से ग्रसित होने का डर ना सता सकें।
शिमला से जारी एक प्रैस बयान में हिमाचल प्रदेश आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता एसएस जोगटा ने आगे कहा है कि इस तरह के सरकारी प्रयास न केवल पत्रकारों,पुलिस जवानों और अन्य कर्मचारियों तथा मरीजों के तामीरदारों के हौसलो को तो बुलंद करेंगे ही। बल्कि करोना से संक्रमित मरीजों को भी ऐसा वातावरण होने से उन्हें मन की शांति मिलती है जो उन्हे कहीं न कहीं जल्दी से ठीक होने में भी काफी हद तक मदतगार सिद्ध हो सकता है।
(एसएस जोगटा),
प्रवक्ता आम आदमी पार्टी हिमाचल प्रदेश।