हिमाचल प्रदेश के जिला बिलासपुर में ऐसी लापरवाही हुई है। जिससे पूर्ण सुविधाओं का दावा करने वाला प्रशासन फिर से झूठा साबित हुआ है। स्वास्थ्य विभाग खुद लोगों की जान को खतरे में डालता नज़र आया है। शनिवार को क्षेत्रीय अस्पताल बिलासपुर में ऐसा ही लापरवाही का नमूना सामने आया है। जिसमें दो कोरोना संक्रमित मरीज पूरे डेढ़ घंटे तक ऑक्सीजन के साथ ट्रामा सैंटर के बाहर बैठे रहे।
यह मरीज प्रवेश द्वार के पास लगे बेंच पर ऑक्सीजन सिलेंडर के साथ दिखाई दिए। इन बेंच पर ही अन्य बीमारियों वाले मरीज भी बैठते हैं। जिससे कि कोरोना संक्रमण के फैलने की तेज संभावनाएं बन रही थी। मिली जानकारी से पता लगा है कि विशेषज्ञों चिकित्सकों ने इन मरीजों को वहां बैठा दिया था। इसके अलावा कहीं और जाने की कोई जानकारी उनको नहीं दी थी।
आम मरीज घूम रहे थे आस पास
इस दौरान अन्य लोग भी वहां आगमन करते नज़र आ रहे थे। स्वास्थ्य विभाग की इस तरह की लापरवाही को अनदेखा नहीं किया जा सकता। मरीज के परिजनों ने बताया कि इनको इस तरह बैठे दो घंटे होने को आ रहे हैं। लेकिन इनको बिस्तर देने के लिए कोई भी कर्मचारी नहीं आया है। इनको मात्र ऑक्सीजन लगा कर बेंच पर बिठा दिया है।
सीएमओ बिलासपुर डाॅ प्रकाश दरोच ने बताया कि इस बारे में उनको कोई जानकारी नहीं है। जब अधीनस्थ अधिकारियों से बात करने पर इसका समाधान हुआ। इतना समय बीत जाने पर उनको आयुर्वेदिक चिकित्सालय में बनाए गए कोविड सेंटर में ले जाया गया।