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शराब पीकर गाड़ी चलाने वालों की अब खैर नहीं, डेढ़ साल की मेहनत के बाद बना यह उपकरण

उपकरण

हिमाचल प्रदेश के जिला मंडी के तल्याहड़ के निवासी प्रणय शर्मा एक कारनामा कर दिखाया है। उन्होंने जो उपकरण तैयार किया है, उसकी कार्य प्रणाली के बारे में आप सुनकर हैरान रह जाएंगे। सीएम स्आर्टअप के तहत उन्होंने यह उपकरण तैयार किया है। काफी लंबे समय से प्रणय शर्मा इस उपकरण पर काम कर रहे थे। इस उपकरण को बनाने के लिए उनके साथियों ने भी उनकी काफी सहायता की है।

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शराब पीकर बैठने पर नहीं होगा स्टार्ट इंजन

बनाए गए इस उपकरण को गाड़ियों में इंस्टाॅल करने के बाद शराब पीकर गाड़ी चलाने वाले लोगों से छुटकारा मिल जाएगा। यदि कोई शराब पीकर गाड़ी को स्टार्ट करने की कोशिश करेगा। तो गाड़ी चालू ही नहीं होगी। इस से सड़क दुर्घटनाओं पर कुछ हद तक काबू पाया जा सकेगा। क्योंकि इससे शराब पीकर गाड़ी न चलाने वाले नियम की कोई आवहेलना नहीं कर पाएगा। जिससे पुलिस का काम भी थोड़ा कम हो जाएगा।

उपकरण का नाम डीएनडी रोधक

प्रणय शर्मा ने बताया कि उन्होंने इस उपकरण का नाम डीएनडी रोधक रखा है। डीएनडी रोधक में कई सेंसर और कैमरा का भी प्रयोग किया गया है। इस उपकरण की जानकारी देते हुए बताया कि इस उपकरण को गाड़ी में इंस्टाॅल करना पड़ेगा। जिसके बाद से गाड़ी में शराब पीकर बैठन से पूरा सिस्टम लाॅक हो जाएगा। इतना ही नहीं रजिस्टर किए गए मोबाइल नंबर पर इसकी सूचना भी मैसेज के जरिए चली जाएगी। 

इसके अलावा गाड़ी चलाते समय उबासी मारने या फोन पर बात करने पर उपकरण से जोर से अलार्म बजेगा। जिससे कि गाड़ी चालक सचेत हो जाएगा। इस उपकरण को देश की नामी कंपनियों के समक्ष प्रेजेटेंशन देने का निर्णय लिया है। जिससे की वाहन बनाते समय कंपनियां इस उपकरण को गाड़ी में फिट कर सकें।

2019 में करवाया था प्रोजेक्ट सबमिट

 

प्रणय शर्मा द्वारा बनाए इस उपकरण को भारत सरकार के निधि प्रयास कार्यक्रम के तहत मान्यता मिल गई है। भारत सरकार का दूरसंचार मंत्रालय भी इस उपकरण में रूचि दिखा रहा है। अपनी गे्रजुएशन के समीप 2019 में आईआईटी मंडी के इनक्यूबेशन सेंटर में उन्होंने यह प्रोजेक्ट सबमिट करवाया था। 2020 में राज्य सरकार के उद्योग विभाग में इसकी प्रेजेंटेशन दी। पूरे डेढ़ साल की मेहनत के बाद उन्होंने इस उपकरण को बनाया था।

 

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