यौन उत्पीड़न रोकथाम कमेटी का चेयरमैन बना हैबान, इस तरह की छेड़छाड़
हिमाचल प्रदेश के कुछ पुलिस कर्मचारी भी अब वर्दी का दुरुपयोग करते दिखाई दे रहे हैं। शिमला जिला में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक द्वारा मानसिक व शारीरिक उत्पीड़न करने का मामला सामने आया है। पीड़िता ने महिला पुलिस थाने में इस आरोपी के खिलाफ केस दर्ज करवाया है। इतना ही नहीं यह एएसपी जिला के यौन उत्पीड़न रोकथाम कमेटी को चेयरमैन भी है।
महिला हेड कांस्टेबल का किया उत्पीड़न
शिमला के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पर महिला हेड कांस्टेबल के साथ छेड़खानी करने का आरोप है। दर्ज की गई शिकायत के अनुसार यह पुलिस अफसर उसे कई दिनों से तंग कर रहा था। इतना ही नहीं आरोपी पीड़िता से आपत्तिजनक बाते कर रहा था। जिसके बाद गंदी-गंदी मांगे कर रहा था। इस पुलिस अफसर ने महिला को अपने घर बुलाया। उसने कहा कि मेरी पत्नी आपसे मिलना चाहती है और आपसे गाड़ी सीखना चाहती है। लेकिन जब पीड़िता घर पहुंची तो अफसर के घर पर कोई नहीं था।
इस दौरान मौके का फायदा उठाकर आरोपी उसके साथ बतमीज़ी करने लगा। इतना ही नहीं लगाए गए आरोपों के अनुसार यह अफसर कार्यालय मे भी पीड़िता के साथ छेड़खानी कर चुका है। पीड़िता ने इस की जानकारी अपने सहकर्मियों से भी सांझा की। लेकिन किसी ने भी उसका साथ नहीं दिया। जिसके बाद अब मामला दर्ज हो जाने के बाद इसकी जांच सीआईडी करेगी।
शिकायत के बाद मामले को लिया जा रहा गंभीरता से
सीआईडी के साथ इस मामले की जांच का जिम्मा राज्य स्तरीय यौन उत्पीड़न रोकथाम कमेटी ने भी दिया गया है। शिकायत के बाद मामले की बारिकी से जांच की जा रही है। एसपी रैंक की महिला भी जांच में पीड़िता की सहायता करेगी। आरोपी पुलिस अफसर को पद से हटाकर पुलिस मुख्यालय में अटैच करने का फैसला किया गया है। पुलिस अधीक्षक शिमला मोहित चावला और डीजीपी संजय कुंडू ने इस मामले में कोई जवाब नहीं दिया। लेकिन अभी मामले को गंभीरता से लेते हुए आगामी कार्रवाई की जा रही है।