हिमाचल प्रदेश सरकार ने कोरोना महामारी के चलते कक्षा दसवीं की परीक्षाएं रद्द कर दी थी। जिसके बाद दसवीं के विद्यार्थियों को प्रमोट करने का निर्णय लिया गया है। प्रदेश सरकार के इस फैसले के बाद हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड ने भी प्रारूप तैयार कर लिया है। इस प्रारूप के आधार पर ही दसवीं के छात्रों को ग्यारहवीं कक्षा में प्रमोट किया जाएगा। इस प्रमोट करने वाली प्रणाली को शिक्षक संघों एवं शिक्षाविदों के सुझावों को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है।
दसवीं व एसओएस के इन छात्रों को नहीं किया जाएगा प्रमोट
एसओएस के तहत पेपर देने वाले सभी छात्रों को प्रमोट नहीं किया जाएगा। दसवीं में राज्य मुक्त विद्यालय में पहली बार पंजीकरण कराने वाले बच्चों को कोई रिकॉर्ड नहीं है। नियमित कक्षाएं लगाने वाले बच्चों को प्री-बोर्ड परीक्षा का विश्लेषण करके रिजल्ट तैयार किया जाएगा। जिन छात्रों ने प्री-बोर्ड परीक्षा सहित अन्य परीक्षाएं नहीं दी है। ऐसे बच्चों को प्रमोट नहीं किया जाएगा। परीक्षा न देने का कारण जानने के बाद ही प्रमोट करने के बारे में फैसला लिया जाएगा।
इस साल मेधावी बच्चों की मेरिट सूची को शिक्षा बोर्ड नहीं निकालेगा। मिली जानकारी के अनुसार इस वर्ष 14,913 परीक्षार्थी एसओएस और 1,16,954 परीक्षार्थी नियमित परीक्षा देने के लिए पंजीकृत हुए हैं। शिक्षा बोर्ड द्वारा तैयार किए गए प्रारूप को स्वीकृति के लिए हिमाचल सरकार के पास भेज दिया जाएगा। बोर्ड अध्यक्ष डॉ सुरेश कुमार सोनी व सचिव अक्षय सूद ने सोमवार को अध्यापक संघों के सदस्यों से बैठक की थी। इस वर्चुअल माध्यम से हुई बैठक में बच्चों को प्रमोट करने के मुद्दे पर चर्चा की गई।