हिमाचल प्रदेश में 10वीं कक्षा के विद्यार्थियों की परीक्षा नहीं ली जाएगी। विभाग ने फर्स्ट, सेकंड टर्म, प्री बोर्ड और अन्य गतिविधियों के निष्पादन पर प्रमोट करने का फैसला लिया है। सीबीएसई ने स्कूलों से विद्यार्थियों के पूरे वर्ष के प्रोजेक्ट वर्क और असाइनमेंट आदि के रिकॉर्ड की मांग की है। इन रिकॉर्ड के आधार पर प्रमोट करने का निर्णय लिया जाएगा।
सीबीएसई ने विद्यार्थियों का रिजल्ट बनाना शुरू कर दिया है। ऐसे में परीक्षा रद्द हो जाने के बाद रिकॉर्ड के आधार अपना एक कांसेप्ट तैयार करेगा। हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड के पारदर्शी, न्यायप्रिय और विश्वसनीय भी प्रमोट करने के लिए प्रयोग किए जाने वाले फार्मूले पर काम कर रहे हैं। जल्द की विभाग इस संबंध में अधिसूचना जारी कर सकता है। अपने परीक्षा परिणामों से असंतुष्ट विद्यार्थियों को दोबारा मौका दिया जाएगा।
ऐसा इस लिए किया जा रहा है क्योंकि कोरोना संक्रमित कुछ विद्यार्थी प्री बोर्ड, फस्र्ट व सेकंड टर्म की परिक्षाओं में भाग नहीं ले पाए थे। बोर्ड अध्यक्ष डाॅ सुरेश कुमार सोनी ने बताया कि दसवीं कक्षा के सभी विद्यार्थियों को प्रमोट किया जा सकता है। लेकिन परीक्षा को पूरी तरह से पास न करने वाले प्रमोट विद्यार्थियों को एशिंशियल रिपीट करना पड़ेगा।