आजकल समाज में यही सुनने को मिल रहा है। व्हाट्सएप पर भी इस तरह की कॉन्सपिरेसी थ्योरी और अफवाह को उड़ाया जा रहा है। ऐसे फेक न्यूज़ के लंबे-लंबे और बकवास मैसेज फॉरवर्ड करने वालों पर तुरंत कानूनी कार्यवाही होनी चाहिए। मूर्खता से बचिए। वरना पता चले कि कोरोना के अस्तित्व को नकारते हुए आप के किसी अपने का ही अस्तित्व ना रहे।
जिसपर बीतता है उसी का दिल समझता है, जिसके परिवार के किसी सदस्य को कोरोना से कुछ हुआ है वही इस पीड़ा को समझ सकता है।
कोरोना से होने वाले इन असमय मृत्यु के लिए सिर्फ और सिर्फ नेता लोग जिम्मेदार है, जो लाखों की भीड़ (बिना मास्क वाली) बुलाकर रैलियां करते हैं, और इसका लाइव प्रसारण हर मीडिया चैनल करती है। इसको देख कर ही लोग सावधानी नहीं बरत रहे हैं।
लोग जो देखते हैं वही फॉलो करते हैं, सुबह कोरोना फैलाना और शाम को लोगो को ही गैरजिम्मेदार बोलना, दो मुहें साँप की तरह है।
सभी से यही गुजारिश है कि घर पर रहें, अपना और अपने परिवार वालों का ख्याल रखें, इन नेताओ का कुछ नहीं जाता, जो करना है हमें आपस में मिलकर एक दूसरे की मदद से करना होगा।