हिमाचल प्रदेश में निजी स्कूलों की मनचाही बढ़ती फीस से परेशान होकर अभिभावकों ने अपने बच्चों के सरकारी स्कूलों में दाखिले करवाए हैं। जिला ऊना में तो अब तक 1161 विद्यार्थी निजी स्कूल से अपना नाम कटवा चुके हैं। प्रदेश के नौ जिलों में 2498 विद्यार्थियों ने निजी स्कूलों को छोड़ सरकारी स्कूलों में दाखिला लिया है।
अक्तूबर 2020 में सरकार ने ट्यूशन फीस से संबंधित आदेश वापस ले लिए थे। जिसके बाद से निजी स्कूल ने अभिभावकों से कई तरह के फंड वसूलना शुरू किया। उच्च शिक्षा निदेशक डॉ. अमरजीत कुमार शर्मा ने कहा कि इस सरकारी स्कूलों में उच्च शिक्षा प्राप्त शिक्षक है और प्रशासन सरकारी स्कूलों में कई निशुल्क सुविधाएं मुहैया कराता है।
सरकारी स्कूलों में इस प्रकार दाखिले होना अच्छी बात है। सरकारी स्कूलों में आठवीं कक्षा तक बिना फीस के शिक्षा दी जाती है। इसी के साथ विद्यार्थियों को किताबें और वर्दी भी मुफ्त में दी जाती है।
30 अप्रैल दाखिले की अंतिम तारीक
प्रदेश में 30 अप्रैल तक ऑफलाइन और ऑनलाइन माध्यम से अभिभावक अपने बच्चों का दाखिला करा सकते हैं। इसी के साथ 15 मई को लेट फीस के साथ दाखिले बंद कर दिए जाएंगे।