हिमाचल प्रदेश में कम बारिश होने की वजह से सूखे और पानी की समस्या के साथ साथ बिजली उत्पादन में भी कमी आई है। जिससे प्रदेश पर बिजली आपूर्ति का संकट भी मंडरा रहा है। मौसम के मिजाज ने बिजली उत्पादन को बहुत प्रभावित किया है। नदियों का कम होता जलस्तर भी एक कारण है।
आंकड़ो के अनुसार बिजली की ऐसी समस्या मई या जून के महीने में देखने को मिलती थी। लेकिन इस साल हालात ऐसे बने हुए हैं कि हिमाचल को अन्य राज्यों से बिजली मांगनी पड़ रही है। मार्च माह के आंकड़ों के अनुसार, इस साल मार्च के महीने में 515 लाख यूनिट बिजली का कम उत्पादन हुआ है और पिछले वर्ष कुल 1111 लाख यूनिट का उत्पादन किया गया था।
प्रशासन ने फाॅरवर्ड बैकिंग के माध्यम से दूसरे राज्यों से बिजली लेने का निर्णय लिया है, ताकि जनता को बिजली की आपूर्ति की जाए। यदि ऐसा ही रहा है तो आने वाले दिनों में बिजली संकट और बढ़ सकता है। वहीं कहा जा रहा है कि मौसम के बदलने की तीव्र संभावनाएं है, जिससे कि आने वाले दिनों हालातों में सुधार हो सकता है।