हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले में हरोली उपमंडल में गोलीकांड में घायल युवकों के परिजनों ने स्वास्थ्य विभाग पर आरोप लगाए हैं। परिजनों का कहना है कि चिकित्सकों ने ईलाज किए बिना ही उन्हें घर वापिस जाने के निर्देश दे दिए। लगाए गए आरोप के अनुसार शाम 6 बजे से लेकर रात के 9 बजे तक मरीजों के शरीर से गोलियों के छर्रे नहीं निकाले गए थे।
बताया जा रहा है कर्मचारियों ने उन्हें रात को घर ले जाकर सुबह वापिस उपचार के लिए सुबह लाने को कहा। परिजनों का कहना है कि यदि उनके बच्चों को किसी तरह का नुकसान पहुंचता है तो इसके लिए विभाग जिम्मेदार होगा। स्वास्थ्य विभाग ने बहुत लापरवाही दिखाते हुए मरीजों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ किया है।
गौरतलब है कि पालकवाह गांव में सोमवार शाम में हुए गोलीकांड में 81 वर्षीय बुजुर्ग ने रेत लेकर आते दो युवकों पर गोली चला दी। जिसमें एक का नाम गुरप्रीत सिंह और दूसरा लखविंदर सिंह था।